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लेखनी प्रतियोगिता -26-Feb-2023 लोभ

दोहे : लोभ 


लोभ मूल सब पाप का, लोभ से कष्ट महान 
लोभ छोड़ तीनों मिले ,  चैन, सुयश, सम्मान 

लोभी नर दुख में जिए, दुख में ही मर जात 
लोभ बड़ी एक व्याधि है, ज्यूं सम सन्निपात  

जो सुख पावै जीव को , तज दै चार विकार 
काम क्रोध मद लोभ के , मूल में कष्ट अपार 

श्री हरि 
26.2.23 


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7 Comments

Alka jain

01-Mar-2023 06:45 PM

Nice 👍🏼

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Renu

27-Feb-2023 11:02 PM

👍👍🌺

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Hari Shanker Goyal "Hari"

27-Feb-2023 11:54 PM

💐💐🙏🙏

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बहुत ही सुंदर

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Hari Shanker Goyal "Hari"

27-Feb-2023 08:13 AM

💐💐🙏🙏

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